तालाबों में मछलियों का मुख्य भोजन जल में उपलब्ध प्लवक हैं। सूक्ष्म जलीय वनस्पति एवं जन्तु को प्लवक कहते हैं। (सिल्वर कॉर्प वनस्पति प्लवक भोजी, कतला जन्तु प्लवक भोजी मछली है।)
जन्तु पल्वक का भोजन भी वनस्पति प्लवक है। वनस्पति प्लवक ही सूर्य को राशनी में कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस एवं पानी के संयोग से भोजन (कार्बोहाईड्रेट) का निर्माण करती है एवं इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन गैस भी बनता है, जो पानी में घुलकर सभी जलीय वनस्पति एवं जीव की श्वसन के लिये उपलब्ध होता है। सूर्य को रोशनी में वनस्पति प्लवक द्वारा भोजन बनाने को क्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहते हैं।
CO2 + H2O CH2 + O2
कार्बन जल प्रकाश संश्लेषण भोजन ऑक्सीजन
डाईऑक्साइड
इस प्रकार वनस्पति प्लवक अपने लिये भोजन बनाती है। मछलियों एवं जन्तु प्लवक एवं जलीय जंत भोजन के लिये वनस्पति प्लवक पर ही प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से निर्भर है। इसलिये इसे प्राथमिक उत्पादक (Primary Producer) भी कहते हैं। अत: वनस्पति प्लवक के अच्छे उत्पादन से उन पर आश्रित जन्तु प्लवकों एवं मछलियों का उत्पादन बढ़ता है।
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